Godavari river:- भारत में गंगा नदी के बाद सबसे बड़ी नदियों में से एक गोदावरी नदी है, यह दक्षिण भारत की एक सबसे प्रमुख नदी है| इसे दक्षिण भारत की गंगा भी कहा जाता है। इसकी उत्पत्ति पश्चिमी घाट में त्रयंबक पहाड़ी से हुई है। मुख्य रूप से गोदावरी नदी महाराष्ट्र में नासिक जिले से निकलती है। आइए जानें गोदावरी नदी की अनोखी कहानी और इसका इतिहास जो आपको कई रोचक तथ्यों से अवगत कराएगा..
गोदावरी नदी का उद्गम स्थल
गोदावरी नदी का उद्गम महाराष्ट्र के पश्चिमघाट की पर्वत श्रेणी के अंतर्गत त्रियम्बक पर्वत से हुई है। यहीं त्र्यम्बकेश्वर तीर्थ है जो नासिक जिले में है। गोदावरी नदी (Godavari river)को गंगा नदी की बहन भी कहा जाता है। गोदावरी नदी के तट पर अवस्थित त्रयंबकेश्वर मंदिर में 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक ज्योतिर्लिंग स्थापित है। आपको बता दें कि त्रयंबकेश्वर मंदिर (Trimbakeshwar Shiva Temple) ब्रह्मगिरि की पहाड़ी पर मौजूद है, ब्रह्मगिरि को भगवान शिव (Lord Shiva) का ही एक रूप माना जाता है।
गोदावरी नदी ( godavari river ) की कुल लंबाई
इस नदी की कुल लंबाई करीब 1,465 किलोमीटर है। इसमें लगभग 121,000 वर्ग मील का जल निकासी बेसिन है।
गोदावरी नदी की सहायक नदियां
गोदावरी की सहायक नदियां : गोदावरी की सहायक नदियों में प्रमुख हैं :- प्राणहिता, इन्द्रावती और मंजिरा। इस 3 नदी की प्रमुख शखाएं हैं:- गौतमी, वसिष्ठा, कौशिकी, आत्रेयी, वृद्धगौतमी, तुल्या और भारद्वाजी।
गोदावरी का राज्यो में फैलाव
महाराष्ट्र : 48.6%
कर्नाटक : 5.7%
आंध्र प्रदेश : 23.4%
छत्तीसगढ़ : 10.0%
उड़ीसा : 10.9%
गोदावरी नदी से जुड़े रोचक तथ्य ( Godavari river facts in hindi ):-
- 1.गोदावरी सबसे बड़ी प्रायद्वीपीय नदी प्रणाली है। इसे दक्षिण गंगा भी कहते हैं।
- 2.गोदावरी नदी का इतिहास प्राचीनता में भारतीय सभ्यता के लिए महत्वपूर्ण रहा है।
- 3.इस नदी के किनारे कई प्राचीन सम्राटों और राजाओं के शहर और महल हैं जैसे कि नागपुर और रामेश्वरम।
- 4.गोदावरी नदी को हिंदू धर्म में प्रमुख माना जाता है।
- 5.इसके किनारे स्थित त्र्यंबकेश्वर मंदिर को भगवान शिव के एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल के रूप में माना जाता है।
- 6.गोदावरी नदी के किनारे पर पर्यटन का एक महत्वपूर्ण केंद्र है।
- 7.यहाँ कई पर्यटन स्थल हैं जैसे कि पप्पुकुडी, धोलघाट, आदि जहाँ लोग आकर्षित होते हैं।
- 8.गोदावरी नदी का जल संसाधन अत्यधिक महत्वपूर्ण है।
- 9.यह नदी बड़े पैमाने पर जल संचयन की ज़रूरत को पूरा करती है और कृषि, जल आपूर्ति, और इंधन के लिए अहम स्रोत है।
- 10.गोदावरी नदी के किनारे के क्षेत्र में विभिन्न सांस्कृतिक और ऐतिहासिक स्थल हैं जैसे कि एजुरेडु, बसर, आदि।
- 11.यहाँ विभिन्न लोक नृत्य, संगीत, और धार्मिक उत्सव होते हैं जो सांस्कृतिक विविधता को दर्शाते हैं।
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